Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
सूत्रों के मुताबिक पांचवें दिन एएसआई की टीम व्यास जी के तहखाने के मलबे की जांच के साथ गुंबदों पर बनी कलाकृतियों की कार्बन कापी, परिसर में मिले ताखे, गुंबदों की दो सीढ़ियों के पास बने कलश नुमा नक्काशी का स्कैनिंग, गुंबद आदि का सर्वे करेगी।
वाराणसी। इलाहाबाद हाई कोर्ट के निर्देश पर ज्ञानवापी परिसर में सुरक्षा की अभेद्य किलेबंदी के बीच लगातार पांचवें दिन मंगलवार को भी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) टीम का सर्वे कार्य शुरू हो गया है। सर्वे के लिए निर्धारित समय सुबह 08 बजे एएसआई की टीम ज्ञानवापी पहुंच गई। माना जा रहा है कि व्यासजी के तहखाना के साथ गुंबद का सर्वे होगा।
सूत्रों के मुताबिक पांचवें दिन एएसआई की टीम व्यास जी के तहखाने के मलबे की जांच के साथ गुंबदों पर बनी कलाकृतियों की कार्बन कापी, परिसर में मिले ताखे, गुंबदों की दो सीढ़ियों के पास बने कलश नुमा नक्काशी का स्कैनिंग, गुंबद आदि का सर्वे करेगी। सर्वे दोपहर 12.30 बजे लंच और नमाज के लिए रोका जाएगा। अपराह्न 2.30 बजे से दोबारा सर्वे शुरू होकर शाम 05 बजे तक चलेगा।
इसके पहले एएसआई टीम ने पश्चिमी दीवार का सर्वे किया था। दीवार पर बने निशान, रंगाई-पुताई में इस्तेमाल सामग्री, ईंट-पत्थर के टुकड़े व दीवार बनाने में प्रयोग होने वाली सामग्री के नमूने बतौर साक्ष्य जुटाए। मिट्टी के नमूने भी लिए। इसके जरिये भवन निर्माण की अवधि, उम्र आदि की जानकारी हासिल की जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि एएसआई टीम ने ज्ञानवापी के गुंबदों की शुरुआती बनावट एवं निर्माण की जानकारी ली है। गुंबदों की थ्रीडी मैपिंग कराई गई। कंगूरों (गुंबद के ऊपरी हिस्से) की प्राचीनता का अध्ययन किया गया। दीवार और गुंबद के बीच निर्माण में समानता नहीं मिली है। इसकी थ्रीडी मैपिंग, फोटो व वीडियोग्राफी कराई गई। एएसआई की 58 सदस्यीय टीम चार अलग अलग टीमों के रूप में हिस्सों में बंटकर सर्वे कार्य में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि बुधवार से ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) तकनीक से सर्वे शुरू हो सकता है। इसके लिए आईआईटी कानपुर की विशेषज्ञों की टीम मंगलवार रात तक वाराणसी पहुंच सकती है। उधर, सर्वे से जुड़ी जानकारी साझा करने पर जिला प्रशासन के तेवर सख्त हैं। अफसरों ने कहा है कि मामला अदालत में विचाराधीन है। गोपनीय रिपोर्ट अदालत में जमा कराई जानी है। ऐसे में किसी भी तरह की बयानबाजी से बचना होगा।